झुंझुनूं। कंकरीट की नौ बोगियां लेकर नई पटरियों पर मंगलवार को आई मालगाड़ी ने यात्री गाड़ियों के चलने की उम्मीदें दौड़ा दीं। हालांकि ट्रैक का काम अभी पूरा नहीं हुआ है। ही सेफ्टी प्वाइंट से हरी झंडी मिली है। वित्तीय वर्ष के आखिरी दिन ट्रेन इसलिए चला दी ताकि उपलब्धि इसी साल में जुड़ जाए। लोहारू-सीकर ट्रैक पर अभी 70 से अधिक अंडरब्रिज बनाने बाकी हैं।
इसके अलावा झुंझुनूं में ओवरब्रिज भी बनना है। इन काम में अभी कम से कम एक साल और लग सकता है। झुंझुनूं स्टेशन मास्टर मुकेश मीणा ने बताया कि कंक्रीट से भरी मालगाड़ी दोपहर सवा बजे झुंझुनूं पहुंची। कुछ समय ठहरने के बाद यह सीकर के लिए रवाना हो गई। इस दौरान रेलवे क्रॉसिंग पर लगाए...
more... गए नए बैरियर को भी चैक किया गया।
चिड़ावा | लोहारू से आई मालगाड़ी को आगे बढ़ने के लिए अरड़ावता रेलवे फाटक पर इंतजार करना पड़ा। हुआ यूं कि सुबह 9.17 बजे गाड़ी चिड़ावा स्टेशन पहुंची। रीको अंडरपास से स्टेशन की रही मालगाड़ी को प्लेटफार्म पर स्टेशन अधीक्षक आजादसिंह ने लाल झंडी दिखाकर रोका। पांच मिनट ठहराव लेने के बाद लोको पायलट धर्मेंद्र भूरिया और सहायक लोको पायलट नौरंगलाल मीणा ने गाड़ी चला दी। अरड़ावता रोड के रेलवे फाटक पर पहुंचने से पहले ही गाड़ी को रोकना पड़ा।
जयपुर रोड के रेलवे क्रॉसिंग पर ओवरब्रिज नहीं बना तो जाम बड़ी समस्या हो जाएगी। मंगलवार को रेलवे ट्रैक से मालगाड़ी गुजरी तो कुछ समय के लिए फाटक बंद किया गया। इस दौरान क्रॉसिंग के दोनों ओर वाहनों की करीब एक किमी लंबी लाइन लग गई। फाटक खुलने के बाद भी घंटेभर तक क्रॉसिंग पर जाम सा लगा रहा। इधर, रीको फाटक पर रोड़ी बिछाने के चलते वाहनों का बार-बार जाम लगता रहा।